मंगलवार, 11 मार्च 2025

Dark web kya hai puri jankari hindi me

 डार्क वेब (Dark Web) इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे सामान्य सर्च इंजनों जैसे Google, Bing या Yahoo के माध्यम से एक्सेस नहीं किया जा सकता। यह सामान्य इंटरनेट (Surface Web) से अलग है और इसमें ऐसे वेबसाइट्स और सामग्री शामिल होती है जो सर्च इंजनों द्वारा अनुक्रमित नहीं की गई है। डार्क वेब तक पहुँचने के लिए विशेष सॉफ़्टवेयर, सेटिंग्स या अनुमति की आवश्यकता होती है।


**डार्क वेब की विशेषताएँ:**


1. **गुमनामी:** डार्क वेब पर उपयोगकर्ताओं की पहचान छिपी रहती है। यह Tor (The Onion Router) जैसे नेटवर्क का उपयोग करता है, जो यूजर्स की लोकेशन और पहचान को छिपाता है।


2. **विशेष सामग्री:** डार्क वेब पर विभिन्न प्रकार की सामग्री मिलती है, जिसमें वैध और अवैध दोनों तरह की सामग्री शामिल है। यहाँ पर फोरम, मार्केटप्लेस, विकिपीडिया जैसी साइटें, और ब्लॉग्स होती हैं जो सामान्यतः इंटरनेट पर नहीं मिलतीं।


3. **अवैध गतिविधियाँ:** डार्क वेब पर कई अवैध गतिविधियों का संचालन होता है, जैसे कि ड्रग्स, हथियारों की बिक्री, और चोरी की जानकारी का व्यापार। इसे इसीलिए कई बार खतरनाक माना जाता है।


4. **सेक्योरिटी और स्कैम्स:** डार्क वेब पर सुरक्षा जागरूकता बहुत महत्वपूर्ण है। यहाँ पर कई स्कैम्स और धोखाधड़ी करने वाले लोग सक्रिय रहते हैं।


5. **विज्ञान और शोध:** इसके अलावा, डार्क वेब का उपयोग पत्रकारिता, एक्टिविज़्म, और राजनीति के लिए भी किया जाता है, जहां लोग अपने विचारों को सुरक्षित रूप से साझा कर सकते हैं।


**कैसे पहुँचें डार्क वेब पर?**


डार्क वेब पर पहुँचने के लिए Tor ब्राउज़र का इस्तेमाल किया जाता है। Tor उपयोगकर्ताओं को गुमनाम रूप से सर्फिंग करने की अनुमति देता है। इसे डाउनलोड करने के बाद, आप "onion" डोमेन वाले वेबसाइट्स तक पहुँच सकते हैं।


**ध्यान रखें:**


डार्क वेब का उपयोग करते समय सावधानी बरतना अत्यंत महत्वपूर्ण है। कई वेबसाइट्स और गतिविधियाँ अवैध हो सकती हैं और इनमें भाग लेने से कानूनी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, डार्क वेब पर यात्रा करने से पहले पूरी जानकारी और सतर्कता आवश्यक है।

डार्क वेब (Dark Web) एक ऐसा हिस्सा है जो सामान्य इंटरनेट से अलग है और यहाँ कई तरह की गतिविधियाँ होती हैं। आइए जानते हैं डार्क वेब पर क्या होता है:


### 1. **अवैध व्यापार:**

   - **ड्रग्स:** डार्क वेब पर विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थों की बिक्री होती है।

   - **हथियार:** यहाँ पर हथियारों की बेजा बिक्री के लिए मार्केटप्लेस होते हैं।

   - **चोरी की जानकारी:** बायोमीट्रिक डेटा, क्रेडिट कार्ड की जानकारी और व्यक्तिगत पहचान संबंधी डेटा का व्यापार यहाँ किया जाता है।


### 2. **गुमनाम फोरम:**

   - डार्क वेब पर कई फोरम होते हैं जहाँ लोग बिना अपनी पहचान बताये चर्चा कर सकते हैं। ये फोरम विभिन्न विषयों पर होते हैं, जैसे कि राजनीति, विज्ञान, और तकनीक।


### 3. **आतंकवाद और अपराध:**

   - कई आतंकवादी संगठन डार्क वेब का उपयोग करते हैं ताकि वे गुमनाम रह सकें और अपने एजेंडे को आगे बढ़ा सकें।

   - यहाँ पर कई बार यौन अपराध और मानव तस्करी से संबंधित गतिविधियाँ भी होती हैं।


### 4. **सुरक्षित संचार:**

   - डार्क वेब का उपयोग पत्रकार, एक्टिविस्ट, और अन्य लोग अपनी पहचान छिपाते हुए संवेदनशील जानकारियों का आदान-प्रदान करने के लिए करते हैं।

   - यह उन लोगों के लिए सुरक्षित प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है जो अपने विचारों को बिना किसी डर के साझा करना चाहते हैं।


### 5. **हैकिंग सेवाएँ:**

   - यहाँ पर हैकिंग सेवाओं की पेशकश भी होती है, जैसे कि हैकिंग टूल्स, सेवाएँ या व्यक्तिगत जानकारी की चोरी करने के लिए सेवाएँ।


### 6. **फेक सामान:**

   - डार्क वेब पर नकली पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, और अन्य फर्जी दस्तावेजों की बिक्री होती है।


### 7. **एक्सट्रीम सामग्री:**

   - यहाँ पर कुछ ऐसे कंटेंट भी होते हैं जो सामान्य समाज में स्वीकार्य नहीं होते, जैसे कि गाली-गलौज, हिंसात्मक सामग्री, और अन्य विवादित विषय।


### 8. **डेटा विक्रय:**

   - हैकर्स और माल्वेर के ज़रिए चुराई गई जानकारी जैसे ईमेल, पासवर्ड, और व्यक्तिगत डेटा यहाँ बेचा जाता है।


### सावधानी:

डार्क वेब पर जाने के लिए हमेशा सावधानी बरतें। यह एक खतरनाक जगह हो सकती है जहाँ आपके लिए कई जोखिम हो सकते हैं, जैसे कि धोखाधड़ी, कानूनी समस्याएँ, या व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए खतरे।


सारांश में, डार्क वेब एक जटिल स्थान है जहाँ वैध और अवैध दोनों तरह की गतिविधियाँ होती हैं। इसे समझने के लिए गहन जानकारी और सतर्कता आवश्यक है।

सोमवार, 10 मार्च 2025

Fundamental algorithms in computing first english blog

 Algorithms are fundamental to computing and can be understood through several key principles:

Definition

An algorithm is a finite set of well-defined instructions or rules designed to perform a specific task or solve a particular problem. It outlines the steps needed to achieve an outcome, often involving calculations, data processing, or automated reasoning.

Characteristics of Algorithms

  1. Finiteness: An algorithm must always terminate after a finite number of steps. It should not run indefinitely.
  2. Definiteness: Each step of the algorithm must be precisely defined. The operations to be performed should be clear and unambiguous.
  3. Effectiveness: The steps in an algorithm must be basic enough that they can be carried out, in principle, by someone using paper and pencil, meaning each operation should be feasible.
  4. Input and Output: An algorithm can take zero or more inputs and produces one or more outputs. Inputs are the data you provide, while outputs are the results produced after executing the algorithm.

Types of Algorithms

  1. Sorting Algorithms: These algorithms rearrange elements in a list or array into a specified order (e.g., ascending or descending). Common examples include QuickSort, MergeSort, and Bubble Sort.

  2. Searching Algorithms: These algorithms are used to find specific data within a structure. Examples include Linear Search and Binary Search.

  3. Recursive Algorithms: These algorithms solve problems by calling themselves with a subset of the original problem. They are often used for tasks like calculating factorials or Fibonacci numbers.

  4. Dynamic Programming: This technique is used to solve complex problems by breaking them down into simpler subproblems and storing the results to avoid redundant calculations.

Examples of Algorithms

  • Finding the Maximum Element: A simple algorithm to find the maximum value in a list involves iterating through each element and keeping track of the highest value found.

  • Bubble Sort: This sorting algorithm repeatedly steps through the list, compares adjacent elements, and swaps them if they are in the wrong order. This process continues until the list is sorted.

Practical Application

Algorithms are everywhere in computing. From sorting data in databases to optimizing routes in navigation systems, understanding algorithms is crucial for efficient problem-solving in programming and software development.

By grasping these principles, you can better appreciate how algorithms function and their significance in computer science and everyday technology.

भारत के 6 ऐतिहासिक ग्रंथ

 भारत में प्राचीन ग्रंथों का एक समृद्ध इतिहास है, जिसमें धार्मिक, दार्शनिक, साहित्यिक और वैज्ञानिक विषयों पर लेखन शामिल है। यहाँ कुछ प्रमुख प्राचीन ग्रंथों और उनके विश्लेषण का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:

  1. वेद: वेदों को भारतीय संस्कृति के सबसे पुराने ग्रंथ माना जाता है। चार वेद हैं - ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, और अथर्ववेद। ये ग्रंथ मंत्रों, अनुष्ठानों और ज्ञान के संग्रह हैं। वेदों में ब्रह्मा, शक्ति, और ब्रह्मांड के विभिन्न पहलुओं का वर्णन मिलता है।

  2. उपनिषद: उपनिषद वेदों के अंतर्गत आते हैं और इनमें तात्त्विक विचारों का गहन विश्लेषण किया गया है। ये आत्मा (आत्मन्) और ब्रह्म (सर्वव्यापी आत्मा) के बीच संबंध को समझाते हैं।

  3. महाभारत: यह विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य है, जिसमें धर्म, नीति, और मानवता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई है। इसमें भगवद गीता, जो कि कृष्ण और अर्जुन के बीच संवाद है, का विशेष महत्व है।

  4. रामायण: वाल्मीकि द्वारा रचित यह महाकाव्य भगवान राम के जीवन और उनके आदर्शों को प्रस्तुत करता है। यह न केवल धार्मिक बल्कि नैतिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।

  5. पुराण: पुराणों में हिन्दू धर्म के विभिन्न देवी-देवताओं, विश्व की सृष्टि, और धार्मिक अनुष्ठानों का वर्णन मिलता है। प्रमुख पुराणों में विष्णु पुराण, शिव पुराण, और भागवत पुराण शामिल हैं।

  6. दर्शन शास्त्र: भारतीय दर्शन की विभिन्न धाराएँ जैसे वेदांत, सांख्य, योग, न्याय, और मीमांसा इस श्रेणी में आती हैं। ये ग्रंथ जीवन के उद्देश्य, ज्ञान, और मोक्ष के मार्ग पर गहन चर्चा करते हैं।

इन ग्रंथों का अध्ययन न केवल भारतीय संस्कृति और धर्म को समझने में मदद करता है, बल्कि मानवता के विभिन्न पहलुओं पर भी प्रकाश डालता है। इनका विश्लेषण करके हम प्राचीन भारतीय समाज की सोच, मूल्य और जीवनशैली के बारे में गहरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

जाणकारी कैसी लगी हमे आप अपनी राय दें सकते है



 

मंगलवार, 16 मई 2023

महिलांना सावध करा


              *महिलांना सावध करा*


        


        छोटी गोष्ट आहे. नक्की वाचा.


      एक बाई चार दिवसापासून बससाठी थांबत होती. एका मुली सोबत मैत्री केली. बस आली. दोघी बसमध्ये चढल्या. एकाच सीटवर शेजारी बसल्या. बस थोडी पुढे गेली. बाईने दोन चाॅकलेट काढल्या. एक स्वतः खाल्ले व दुसरे तिला दिले. कोणतीही शंका न येता तिने खाल्ले. काही वेळात चक्कर यायला लागली. ही बाई घाबरली ?

      कंडक्टर गाडी थांबवा. हिला दवाखान्यात न्यायचेय. गाडी थांबली. ती बेशुद्ध होती. बाकीच्या प्रवाशांच्या मदतीने दोघी खाली उतरल्या.

      बस निघून गेली आणि मागून एक फोर व्हिलर आली. आतून तीन तरूण उतरले. बेशुद्ध मुलीला गाडीत घेतले. त्या बाईला २० हजार दिले. गाडी निघून गेली.

      या नंतर पुढील चार दिवस अत्याचार होत होते. आणि मग तीला वेश्यांच्या बाजारात एका टोळीला विकले. या काळात तिने अनेकदा पळून जाण्याचा प्रयत्न केला. घरी संपर्क करण्यासाठी धडपड केली.

      पण व्यर्थ. ही मुलगी शांत बसणारी नाही आणि वेश्या व्यवसाय करायलाही विरोध करते. मग काय करावे ?  

      ही जिवंत ठेवणे फायद्याची नाही. पण हिच्या किडनी, डोळे व रक्त ह्यातुन पैसा मिळवू. आणि जिवंतपणीच तिचे डोळे, किडनी, रक्त आणि इतर अवयव काढून घेतले. यातच तिचा मृत्यू झाला.


*एक निष्पाप जीव गेला...*

    शिक्षा मात्र कुणाला ? आम्ही आपणाला विनंती करतो. एखादी मुलगी चुकीचे वागली याचा अर्थ सगळ्याच मुली चुकीच्या असतात हा आपला भ्रम दुर करा


      *बाहेरच्या अनोळखी व्यक्तीकडून कोणतीही गोष्ट खाऊ आणि घेऊ नका. समाजात विकृत लोक भरपुर आहेत. आपण सावध रहा.*  


      आज हजारो मुली गायब होत आहेत, अत्याचारासाठी, घरकामासाठी, परदेशात विकण्यासाठी, आतंकवादा साठी, वेश्याव्यवसायासाठी आणि अवयव विक्रीसाठी मुलींना पळवले जाते आणि ठारही मारले जाते. 


          

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महिलांना सावध करा. कृपया हा मॅसेज सर्व जवळच्यांना पाठवा. ज्यांना आई-बहीण आणि मैत्रीण आहे.


*आपला एक मेसेज आपल्या-* 

🙎आईचा...

🙆 बायकोचा...

👧 मुलीचा...

👭 बहिणीचा...

🙋 प्रेमीकेचा...


जीव वाचवू शकतो...



🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

गुरुवार, 6 अप्रैल 2023

भारत सरकारने काढलेली बाल संगोपन योजना 2022-2023

 *" शासनाची बाल संगोपन योजना "*

*दरमहा 2250 /- रु*  


     ज्या मुलांना *आई किंवा वडील* नसतील व  ज्या मुलांना *आई व वडील दोन्ही ही नसतील* अशा 

*बालकांना* या  योजनेचा  लाभ मिळतो . 

*० ते १८ वयोगटातील*

*बालकांना बालसंगोपन योजनेचा लाभ मिळतो. एका कुटुंबातील दोन किंवा जास्त मुलांना ही लाभ दिला जातो.* 


*किती रक्कम मिळते ?* 

एका मुलांसाठी *2250 रु  प्रतिमहिना*( एका वर्षाला *27000/- रु मिळतात .) वय १८ पुर्ण होई पर्यत दर महिन्याला  रक्कम मिळते*.


*कोणती कागदपत्रे आवश्यक आहेत...?* 

 १) योजने साठी करावयाचा अर्ज व अर्जा सोबत         👇👇   

२) आधार कार्ड च्या झेराँक्स पालकांचे व बालकांचे

३) मुलांचे शाळेचे बोनाफाईड सर्टफिकेट

४) तलाठी यांचा उत्पन्नाचा दाखला.

५) पालकांचे मृत्यू नोंदणी प्रमाणपत्र .(मृत्युचा दाखला)

६) पालकाचा रहिवासी दाखला. 

(ग्रामपंचायत /नगरपालिका यांचा)

७) मुलांचे बॅक पासबुक झेराँक्स.

८) मृत्यूचा अहवाल - ( कोविड ने जर मृत्यु झाला असेल तर मृत्युचा अहवाल)

९) रेशन कार्ड झेराँक्स .

१०) घरा समोर पालका सोबत बालकांचा फोटो. ४ बाय ६ फोटो पोस्ट कार्ड  मापाचा फोटो ( प्रत्येक मुलासोबत पालकाचा शेफरेट फोटो )

१०) मुलांचे पासपोर्ट फोटो 2

११) पालकाचे पासपोर्ट फोटो 

सदर सर्व कागद पत्रांची पुर्तता करुन अर्ज करता येतो .


*ही योजना मंजूर कोण करते ?* 


*हा अर्ज मंजूर करण्यासाठी जिल्ह्याच्या ठिकाणी असणारी बाल कल्याण समितीकडे सादर केला जातो व ती समिती अर्ज मंजुर करते.*


*जिल्हा परिषद शाळेत व  महाविदयालय शाळेत जाणाऱ्या विद्यार्थ्यांनी आपला बोनाफाईट आत्ताच शाळेतून काढून ठेवावा ..*


*या योजनेचा लाभ घ्या व १८ वर्षापर्यंत बालकांच्या शिक्षणाच्या खर्चा साठी  चिंता मुक्त व्हा.*

 

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*सदर योजना अनेक वर्षा पासुन चालु आहे .पण अनेक पालकांना   ही योजना माहीत नाही.*

म्हणुन     🙏👏                *आपण हा मेसेज इतर नंबर व ग्रुप वर , तसेच आपल्या गरजु  नातेवाईकांना सामाजिक भुमिकेतुन हा मेसेज पाठवावा*.


 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏


व *अनेक निराधार ,गरजु बालकांना या योजनेचा लाभ घेता येईल*

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*बाल संगोपन योजनेची माहीती* *साठी  ,फार्म जमा करण्याठी 👇

                                                             *तालुका पंचायत समिती ऑफिस मध्ये* 

*बाल संरक्षण अधिकारी यांना भेटावे.*


            *किंवा*




*जिल्ह्य च्या ठिकाणी*


*जिल्हा महिला व बाल विकास अधिकारी कार्यालय या  ठिकाणी भेटावे .*

अश्याच योजनांच्या माहितीसाठी subscribe करा youtube channel - IcoNikAkki

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कोणताच धंदा छोटा नसतो हे दाखवून देणारे शेतकरी उद्योजक

 दहा शेतकऱ्यांनी प्रत्येकी अर्धा एकर ऊसाची लागवड केली आहे. त्यातून ते ऊसापासूनचे उपपदार्थ बनवत आहेत. ऊसाचा रस फ्रोजन करुन ठेवला जातो. जर ऊस कारखान्याला दिला असता तर टनाला 2 ते 3 हजार रुपये मिळाले असते परंतु त्यांना कुल्फी बनवल्या नंतर त्यांना 15 हजार रुपये प्रति टन दर मिळतो आहे. 


सेंद्रिय पद्धतीने पिकवलेल्या ऊसापासून बनवलेली कुल्फी ही ग्राहकांच्या पसंतीस उतरते आहे. दररोज 1000 ते 1200 कुल्फी विकल्या जातात. अष्टविनायक रस्त्यालगत आऊटलेट असल्याने भाविक मोठ्या प्रमाणात ग्राहक वर्ग आहे. ऊसाची कुल्फी पहिल्यांदा पाहिल्याने लोक इथे थांबत आहेत. ऊसापासूनची कुल्फी ही आरोग्यदायी असल्याचे सांगत आहेत. थंड कुल्फी खाल्ल्याने आरोग्यास कोणताही धोका नसल्याचे सांगितले जात आहे. तसेच कुल्फीची किंमत देखील फक्त 10 रुपये आहे. यासाठी लागणारी मशनिरी ही मुंबई आयआयटीमधून आणण्यात आली आहे. ऊस बाहेर ठेवला तर अर्ध्या तासात काळा पडतो परंतु ही कुल्फी 6 महिने टिकते. ग्रुपमधील शेतकऱ्यांना रोजचे हजार रुपये मिळत आहेत. अनेकदा ऊस कारखान्याला जात नाही म्हणून शेतकरी ऊस पेटवून कारखान्याला घालवतात. त्यामध्ये शेतकऱ्यांचे मोठं नुकसान होतं. शेतकऱ्यांनी दौंड तालुक्यातील आलेगाव येथील शेतकऱ्यांचा आदर्श घेतला तर अनेक शेतकऱ्यांना चांगला फायदा होईल यात शंका नाही.


पर्याय खूप आहेत, फक्त धंद्यात उतरणे गरजेचे आहे.

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शनिवार, 18 मार्च 2023

Buddhi cha sadupyog kaise kare ek katha

 बुद्धीचा सदुपयोग करने का गरजेचे आहे।

मी एका कार्यक्रमात बोलताना समोर बसलेल्या बांधवांना विचारल, सर्वात हुशार प्राणी कोणता ? कुणीच बोलेना, नुसतेच एकमेकांकडे बघत राहीले. मग मी म्हंटल, तुम्हाला खात्री नाही का , माणूस हाच सर्वात हुशार प्राणी आहे ! इतक्यात एक चिमुकली उठली, म्हणाली नाही बाबा, माणूस नाही. मांजर सर्वात हुशार प्राणी आहे. मी विचारल कस काय ? तर म्हणाली मांजरी समोर प्लास्टीक, माती किंवा दगडाचा उंदीर ठेवला तर ती त्याच्याकडे ढुंकून पण बघत नाही. आणि माणूस बघा, स्वतःच देव बनवतो आणि स्वतःच हात जोडून त्या खोट्या देवाच्या समोर हात जोडून सुख, समृध्दी,संकट दूर करण्याची आणि लेकराबाळाची भीक मागतो.मी त्या मुलीला जवळ बोलवल आणि  तीला विचारल , बाळा तुला हे कुणी सांगितल ? 

YouTube link-  IcoNikAkki

तर ती म्हणाली, व्हाॕट्सअॕपवर वाचल तेंव्हा कळल, पण बाळा व्हाॕट्सअॕपवर तर सगळेच अशा पोस्ट वाचतात. तुलाच हे का पटल ? तर म्हणाली मी हे करून पाहिल.आणि मी गाडगेबाबांचीही एक पोस्ट वाचली होती बाबा. जो देवळातला देव देवळात अंधार झाल्यावर लाईट लाऊ शकत नाही, जो देवळातला देव नैव्येद्यावर बसलेला कावळा किंवा कुत्र हाकलू शकत नाही, तो भक्तांच काय भल करणार ! बाबा हेच खर आहे. माणसा पेक्षा प्राणीच हुशार आहेत. आणि सर्वात मूर्ख माणूस आहे.



क्षणभर मला वाटल या मुलीचे पाय धरावे. कारण जे तीला या वयात कळल ते आमच्या शिक्षित उच्च शिक्षित बुळ्या बावळ्यांना नाही कलत.

याला म्हणतात मोबाईलचा सदुपयोग.

सत्यघटनेवर आधारित लेख।

Dark web kya hai puri jankari hindi me

 डार्क वेब (Dark Web) इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे सामान्य सर्च इंजनों जैसे Google, Bing या Yahoo के माध्यम से एक्सेस नहीं किया जा सकता। यह ...