कहाणी एक लडके की है,एक गाव था उस गाव मे मिडलक्लास फ्ँमिली रहती थी।उस फैमिली मेएक लडका रहता था,उसकी फैमिली ने उसका नाम नारायण रखा था।वह बहुत ही कुशल बुद्धी वाला था।जब वह 24साल का था तब उसे कुछ काम से अमेरिका जाना पडा था। वह अमेरिका गया प्लान के मुताबिक वह हॉटल मे रुका था,क्योंकी उसका कोई भी रिश्तेदार वहा ना होने की वजह से उसे हॉटल मे ही रहना था वह रहा भी हॉटल मे।उसे उस हॉटल मे सब कुछ सुख सुविधा मिल रही थी जो सबको दी जाती है।इसि प्रकार काम होने के उपरांत जब वह हॉटल से निकल रहा था तब हॉटल स्टाफ ने उसे बिल पकडाया।तो वहा हमारे भारतीय रुपये नहीं चलनेके कारण हमे वहा का डॉलर उपयोग करना होता है क्योंकी डॉलर वहा की करंन्सी है।तो उसने रिपोर्ट कार्ड के अनुसार बिल पे किए पर आखिर मे उसे पानी का बिल कार्ड पर दिखा उसपर 200 डॉलर पाणी का बिल था उसने कहा हमारे यहा तो पाणी पिलाना पुन्य का काम माना जाता है और पैसे भी नही लिए जाते, पर स्टाफ मेम्बर ने कहा यहा पर पैसे लीए जाते है तब उसने पैसे जमा किए और अपने गाव लौटा।
लौटने के बाद उसने माता और पिता से बोला कि मै पाणी बेचुंगा।तब घरवालो ने उसे बोला कैसी बाते कर रहा है अमेरिका से आकर बहक तो नहीं गया घरवालो ने इनकार कर दिया।तब वह अपने दोस्तो को प्लान दिखाया और कहा हम मिलकर पाणी बेचेंगे।तो दोस्तो ने भी इनकार कर दिया और कहा पाणी तो हर जगह मिलता है हमसे पाणी कौन खरीदेगा।पर नारायण कहा मानने वाला था वो किसी को मानने को तैयार ही नही था।क्योंकी उसने तो पाणी को बेचते हुए देखा था।उसे तो बस पाणी बेचना था बस्स।और कुछ समय बाद उसने अपना पाणी बेचने का बिजनेस शुरु किया और पाणी बेचा।हर जगह मिलनेवाला पाणी उसने बेच कर दिखा दिया।धरती पर 78% पाणी मौजुद होने के बाद भी आज लोग पाणी खरीद कर पिते है तो इन्ही की बदौलत।इन्होने पाणी बेचने का आयडिया दिया वो कोई और नही BISLERY company के मालिक नारायण मुर्ती है जिनका यह आयडिया था। दोस्तो दुनिया मे असंभव कुछ भी नही है बस उस आयडिया को लेकर आप कितने सिरियस है यह मायने रखता है।कहते है ना एक आयडिया जो बदल दे आपकी दुनिया।आयडिया कोई भी हो वह अच्छा या बुरा नही होता ,छोटा या बडा नही होता, आयडिया तो आयडिया होता है।
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